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ये छोटे छोटे
सफ़र,
जाना और फिर
लौट के आ जाना,
इन्तेज़ामात
रास्ते के खर्च के,
बेग में भरना
पहनने के कपड़े,
टूथपेस्ट टूथब्रश,
रेज़र और फोम,
कोई किताब और रिसाले,
और
खोज किसी साथ की,
यह फ़िक्र
वह फ़िक्र....
कितना
बिंदास होगा
आखरी सफ़र,
ना होगा कोई बोझ
ना ही किसी के
संग की खोज,
ना लेना होगा
कुछ भी साथ,
होंगे बिलकुल
खाली हाथ
ना होगी कोई
हिदायत
ना ही करना होगा
इंतज़ार और सब्र,
नहीं देनी होगी
किसी को
पहुँच की खबर...
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