Saturday, April 18, 2009

गुरु-शिष्य

पथ है
शिष्य
क़दमों का.........

मान लिया
जिसने भी
गुरु उसको
खोकर निज का
चेतन्य..............

दुश्वार है
मिलना
मंजिल का
उसे.....................

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