Tuesday, July 21, 2009

कायर महबूब

कहा करता था वो अपनी गर्ल फ्रेंड से :

जिंदगी के सब सपने देखें हैं
मैं ने संग तुम्हारे
डूब जाऊंगा तेरे संग
छोड़ कर किनारे
हम तुम तो हैं
इक दूजे के सहारे
समाज, जाति परिवार, रूतबे और धन की
दीवारें गिरा देंगे
साथ जियेंगे साथ मरेंगे.........

हुआ यूँ कि यारों :

बाप ने धमकाया
धर्मगुरु के पास ले आया
लम्बे दहेज़ का लालच दिखाया
गर्ल फ्रेंड से ज्यादा स्मार्ट
डेम्सेल का स्नेप दिखाया
गरजते हुए करियर का
प्रोजेक्शन दिखाया
समाज रुतबे और खानदान
का ख्याल दिलाया है
माताश्री की बीमारी को बढाकर
इमोशनल अत्याचार कराया था
जिगरी दोस्त को ब्रीफ कर
बालक का ब्रेनवाश कराया था
युवक थ्योरिटिकल से
प्रैक्टिकल बन गया था
प्रेम का भूत न जाने
कहाँ चला गया था
रिंग सरेमोनी हुई
सोइलितैर कि अंगूठी ने
रही सही कसर पूरी कर दी थी
बाप कि बताई खलनायिका
हूर लग रही थी
चुनाव गलत था मेरा
मैं क्या जानू 'बालक' ने कहा था
बाप के सीने में विजय का
दरिया तब बहा था
भूतपूर्व जानम
लगने लगी थी गँवारन
कम्पेटिबिलिटी के सवाल
पर लगने लगी थी उतरन
अब तो इस लाडो को
बालिका वधु बनाऊंगा
माँ बाप का श्रवण हूँ
पुत्र-धर्म निभाऊंगा
सच तो है भैय्या
सब की जोड़ी वही बनाता
वही तो सब का भाग्य विधाता .........

मैंने महसूस किया था :

कसमे वादे प्यार वफ़ा
सब बातें हैं बातों का क्या ?
कोई किसी का नहीं है
झूठे वादे हैं वादों का क्या ?
चिलमी यार किसका ?
दम लगाया खिसका ....
भगवान बचाए मासूम लड़कियों को
ऐसे कायर कायर महबूबों से
इक्कीसवी सदी में भी कायम
दकियानूसी सूबों से
पहचान करनी होगी तुम्हे
सचे और झूठे की
खासियतें समझनी होगी
उंगलियाँ और अंगूठे की
पहली नजर के प्यार कि बातें
महज़ किताबी है
ऐसे इश्क मोहब्बत कि बातें
शायद नहीं ज़ज्बाती है
और भी बहुत कुछ है ज़िन्दगी में
इस मौसमी मोहब्बत के सिवा
सायिकोलोजी है कुछ और
बायोलोजीकल सोहबत के सिवा..........


(यह कविता भी 'ओब्जेर्वेशन सीरीज़' से है, जो रोज़मर्रा कि ज़िन्दगी में देखे गए वाकयों पर आधारित है, Love और infatuation में फर्क होता है.......या तो लोग इतने परिपक्व हो जाये कि दिल टूटने के हादसे को बर्दाश्त कर सकें, as a part of the game, अन्यथा किसी भी रिश्ते में गहरे उतरने से पाहिले आगा पीछा सोच लें......मैं 'फाल्लिंग इन लव' कि थ्योरी से सहमत नहीं मैं 'राईजिंग इन लव ' को मानता हूँ....यदि आपका जुडाव आत्मा के तल पर भी है तो धोखा नहीं होगा, किसी वज़ह से ज़िन्दगी भर का साथ संभव न भी हुआ तो साथ बिताये अच्छे पल एक हलकी सी tees के साथ क्यों न हो , जीने कि प्रेरणा देंगे. एक सनम चाहिए आशिकी के लिए वाला प्रेम उपरी तल पर होता है...जिसका अंजाम कुछ भी हो सकता है........दिल टूटने वाला......कुंठाग्रस्त जिंदगी वाला......F*** and forget wala bhi. चुनाव आपके हाथ में है.)

No comments:

Post a Comment