Saturday, September 4, 2010

सत्ता चेतना की....

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अगर नहीं
होगा सामना
आईने से
कैसे दिखेगा
अक्स चेहरे का ?

मुंह फेर
दिखा कर पीठ
खड़ा होने जाने से
नहीं मिट जाती
हकीक़तें
ज़िन्दगी की .....

दोस्त !
उम्र कितनी होती है
लहद के चराग की ;
उपरी सोचों को
अपनाने से
हो जाता गर
घटित
इल्म रूहानी
मानता कौन
सत्ता चेतना की ?

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