अग्नि नहीं जानती
भेद
ईंधन और
चन्दन का.............
पवन नहीं पहचानती
अंतर
सुगंध और
दुर्गन्ध का..............
आकाश नहीं मानता
फर्क
अँधेरे और
सवेरे का..................
भेद नहीं करती
प्रकृति
यह तो है बस
मानव की ही कृति..............
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