Friday, August 13, 2010

अवलंबन...


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नन्हा बालक,
लड़खड़ाते
कदम
टेढ़े मेढ़े,
लेकर
अवलंबन
सीखता है
चलना
और
चलता रहता है
निरंतर
जीवन भर,
स्वभाविक
स्वतंत्र,
सम्बल
स्वयं का
पाकर...

अवलंबन
समस्त
होते हैं
समर्थन
मात्र
प्रारम्भिक,
निर्भर रहते
अनवरत
जिन पर
आलसी
अपाहिज
निर्बल और
कायर....

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